मकर संक्रांति दान का महत्व ज्योतिर्विद, भूषण पं अभिषेक दुबे

बिलासपुर – मकर संक्रांति के पर्व 15 जनवरी मनाया जायेगा। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि, इस दिन सूर्य और शनि का मिलन होता है। इस दिन सूर्य शनि का राशि मकर में प्रवेश करते हैं।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की आराधना करने से जातक के सभी कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। इस दिन से सूर्य की उत्तरायण गति आरंभ होती है और इसी कारण इसको उत्तरायणी भी कहते हैं। मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास का भी समापन हो जाता है और शादी-विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट जाती है।
मकर संक्रांति के अवसर पर किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करने की परंपरा है। इस दिन गंगा नदी में स्नान के बाद दान करने से साधक के लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। साथ ही पिछले जन्म के बुरे कर्मों से निजात मिलती है और जीवन सुखमय होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से 10 अश्वमेध यज्ञ और 1000 गाय दान करने के समान पुण्य फल मिलता है।
मकर संक्रांति का पुण्य और महापुण्य काल समय-:
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश-:
14 जनवरी 2023 शनिवार को
रात्रि 2:44 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
पुण्य काल का समय-:
15 जनवरी 2023 रविवार,
सुबह 07:14 मिनट – दोपहर 12:36 मिनट तक
महा-पुण्य काल का समय-:
15 जनवरी 2023 रविवार,
सुबह 07:14 – सुबह 09:02 मिनट तक
वरियान योग सूर्योदय से प्रातः 11:11 तक यह योग 77 वर्ष के बाद बनेगा एवं रवि योग 7:15 से 8:00 बजे तक है यह योग समृद्धि एवं यश को देने वाला है। बव करण 3:00 बज गए 35 मिनट दोपहर तक है उसके पश्चात बालव करण है।
मकर संक्रांति विष्टि करण के ऊपर आ रही है. इसलिए देवी अपनी मुख्य सवारी अश्व (घोड़े) पर आएंगी. साथ में उपवाहन सिंह भी होगा. स्वरूप की बात करें तो काले वस्त्र पहने, आगमन दक्षिण दिशा से एवं गमन उत्तर दिशा, माथे पर हल्दी तिलक,हाथों में शस्त्र लिए वृद्ध अवस्था में देवी का आगमन होगा. देवी खिचड़ी का भक्षण कर रही हैं. दुर्वा की सुगंध से अभिभूत, सोने के आभूषण पहने हुए हैं.
*राशि के अनुसार दान*
मेष: लाल मिर्च,लाल वस्त्र, मसूर दाल
वृषभ: सफेद तिल के लड्डू, चावल ,चीनी
मिथुन: हरी सब्जियां, मौसमी फल ,साबुत मूंग
कर्क: सफेद वस्त्र , घी
सिंह: गुड, शहद और मूंगफली
कन्या : मूंग दाल के खिचड़ी
तुला: सफेद वस्त्र ,मखाना, चावल चीनी
वृश्चिक: मूंगफली ,गुड, लाल रंग के गर्म कपड़े
धनु: पहले वस्त्र ,केले बेसन ,चने की दाल
मकर: काले तिल के लड्डू और कंबल
कुंभ: ऊनी कपड़े ,सरसों के तेल
मीन: पहले सरसों, चने की दाल , मौसमी फल
ज्योतिर्विद, ज्योतिष भूषण पं अभिषेक दुबे
(श्री धाम वृंदावन)
बिलासपुर ,छत्तीसगढ़
