Bilaspur Crime News:– मंदिर में पुजारी की हत्या का राज 12 घंटे में खुला, पत्नी से अवैध संबंधों पर भड़का सब्जी वाला, रिश्तेदारों संग दिया वारदात को अंजाम

Bilaspur Crime News:– मंदिर परिसर में हुए पुजारी हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सिर्फ 12 घंटे के भीतर सुलझा ली। जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी की पत्नी और पुजारी के बीच नाजायज रिश्ते थे। इसी नाराजगी में सब्जी कारोबारी ने अपने परिजनों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दे दिया। पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Bilaspur बिलासपुर। तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम परसाकापा में रविवार सुबह पाठ बाबा मंदिर में खून से लथपथ पुजारी की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। सूचना मिलते ही एसडीओपी, एडिशनल एसपी और खुद एसएसपी मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने सबूतों को खंगाला और महज 12 घंटे में हत्याकांड का राज खोलते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया।
मां को मंदिर में मिला बेटे का शव
रविवार की सुबह करीब छह बजे पुजारी जागेश्वर पाठक उर्फ मोटू (30) की मां रोज की तरह मंदिर में चाय लेकर पहुंची। जैसे ही दरवाजा खोला, सामने बेटे का शव खून से सना पड़ा था। यह दृश्य देखकर महिला की चीख निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग जमा हुए और पुलिस को खबर दी गई। कुछ ही देर में फॉरेंसिक टीम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
अवैध रिश्ते से उपजा विवाद, छह महीने पहले सामाजिक तलाक
जांच में स्पष्ट हुआ कि गांव का सब्ज़ी विक्रेता सुरेश धुरी (38) मंदिर के सामने अधिया पर मंदिर की ज़मीन में खेती करता था। खेत की देखभाल वह पत्नी के साथ करता था। इसी दौरान सुरेश की पत्नी और पुजारी के बीच नज़दीकियां बढ़ीं और नाजायज़ संबंध बन गए। सुरेश ने विरोध किया, पर बात नहीं बनी। करीब छह महीने पहले दोनों का सामाजिक तलाक हो गया और पत्नी बच्चों के साथ अलग रहने लगी, जहां पुजारी का आना–जाना बना रहा।
29 अगस्त को पुजारी उसके घर गया था।
30 अगस्त की रात भी वह वहां पहुंचा। सुरेश को लगा कि पुजारी ने ही उसका घर तोड़ है इसी वजह से वह रंजिश पाल बैठा था ।

आधी रात नई बाइक की ‘पूजा’ के बहाने बुलाकर किया हमला
शनिवार, 30 अगस्त 2025 की रात जब पुजारी मंदिर में सो रहा था, तब सुरेश धुरी अपने चार रिश्तेदारों के साथ मंदिर पहुंचा। नई मोटरसाइकिल की पूजा कराने का बहाना बनाकर पुजारी जागेश्वर पाठक को बाहर बुलाया और जैसे ही वह बाहर आए, आरोपियों ने ईंट, पाइप और धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
मुख्य आरोपी सुरेश ने चाकूनुमा हथियार से लगातार कई वार किए। अचानक हुए हमले में पुजारी को बचाव का मौका भी नहीं मिला और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हड़बड़ी में एक आरोपी की चप्पल भी घटनास्थल पर छूट गई, जबकि पुजारी का मोबाइल फ़ोन गायब था।
मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स से मिला सुराग

पुलिस ने सुरेश धुरी का मोबाइल नंबर ट्रैक किया। रात 9:10 बजे उसका लोकेशन घटनास्थल पर मिला, जबकि 11 बजे बोदरी इलाके में अंतिम लोकेशन पाई गई और फिर फोन बंद हो गया। लगातार दबिश के बाद धमतरी पुलिस की मदद से आरोपी को भखारा से गिरफ्तार कर लिया गया।
कॉल डिटेल्स से यह भी पता चला कि पुजारी और सुरेश की पत्नी के बीच रोजाना बातचीत होती थी। इसी से पुलिस को हत्या के पीछे की असली वजह का अंदेशा हुआ।
एसएसपी ने संभाला मोर्चा, फ़ॉरेंसिक के सुरागों से 12 घंटे में गिरफ्तारी

घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी रजनेश सिंह खुद मौके पर पहुंचे। एडिशनल एसपी अर्चना झा, एसडीओपी नूपुर उपाध्याय, तखतपुर टीआई अनिल अग्रवाल और फ़ॉरेंसिक टीम के साथ उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। मौके से बरामद चप्पल और अन्य भौतिक साक्ष्यों के आधार पर जांच की दिशा तय की गई। मुख्य आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दी गई और धमतरी पुलिस की मदद से भखारा (जिला धमतरी) से सुरेश धुरी को देर रात गिरफ़्तार किया गया। इसके बाद बाक़ी चार आरोपियों को भी दबोच लिया गया।
पकड़े गए आरोपी
मुख्य आरोपी – सुरेश धुरी, पिता बंशीलाल धुरी, उम्र 38 वर्ष, निवासी तखतपुर, चूलघट रोड।
आरोपी – हेमकुमार धुरी, पिता हरिराम धुरी, उम्र 26 वर्ष, निवासी डढहा वार्ड 10, बोदरी थाना चकरभाठा।
आरोपी – मुकेश धुरी, पिता चंद्रप्रकाश धुरी, उम्र 23 वर्ष, निवासी अमौरा थाना जरहा, जिला मुंगेली।
आरोपी – धनराज बंदे, पिता जवाहरलाल बंदे, उम्र 21 वर्ष, निवासी बनाक चौक माता चौरा के पास, सिरगिट्टी।
एक नाबालिग आरोपी।
Live Cricket Info