छत्तीसगढ़

न्यौता भोजन में बच्चों ने गुड़ चिक्की, गुजिया, फल एवं भोजन का लिया जायका

ग्राम रीवागहन के शासकीय प्राथमिक शाला में न्यौता भोजन का किया गया अनूठा आयोजन

 

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राजनांदगांव। न्यौता भोजन के तहत बच्चों को स्कूलों में परम्परागत स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजन दिए जा रहे हैं। शासन की इस अनोखी योजना के तहत जिले के स्कूलों में न्यौता भोजन का निरन्तर आयोजन किया जा रहा है। राजनांदगांव विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला रीवागहन में न्यौता भोजन के अवसर पर बच्चों में उमंग एवं उल्लास रहा। बच्चों को परोसा गया स्वादिष्ट गुड़ चिक्की, गुजिया, फल एवं दाल, चावल व सब्जी। भोजन करने से पहले बच्चों ने हैंडवाश किया और अपने साफ-सुथरे हुए हाथ दिखाए। इस अवसर पर बच्चों ने स्वादिष्ट व्यंजनों एवं भोजन का जायका लिया। पढ़ाई के साथ ही रूचिकर भोजन मिलने से बच्चों में स्कूल आने के लिए खुशी है। शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा जन्मदिन, पर्व एवं विभिन्न अवसरों पर न्यौता भोजन का आयोजन कराया जा रहा है। शाला प्रबंधन समिति के सदस्य श्री मणिराम यादव ने बताया कि स्कूल में बच्चों को न्यौता भोजन के अंतर्गत सामुदायिक भागीदारी से पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है, ताकि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा बच्चों को पौष्टिक भोजन के लिए जनसहभागिता के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिससे अभिभावकों एवं समाज में बच्चों एवं स्कूल के प्रति जिम्मेदारी की भावना का विकास हो रहा है।

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उल्लेखनीय है कि न्योता भोजन की अवधारणा एक सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। समुदाय के सदस्य ऐसे अवसरों व त्यौहारों पर अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदान कर सकते हैं। यह पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान दे सकते हैं। न्योता भोजन, स्कूल में दिए जाने वाले मिड-डे मील का विकल्प नहीं है, बल्कि यह इसके अतिरिक्त है। दान दाताओं को न्योता भोजन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

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