अरपा भैंसाझार परियोजना में भू अर्जन में धांधली करने वाले डिप्टी कलेक्टर को किया गया निलंबित, आरटीओ की मलाईदार कुर्सी देने पर न्यायधानी ने लगातार प्रकाशित की थी खबर

न्यायधानी में लगातार खबर प्रकाशित होने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

Raipur रायपुर। बिलासपुर में बनने वाली अरपा भैंसाझार परियोजना में भू अर्जन में अनियमितता करने वाले डिप्टी कलेक्टर आनन्दरूप तिवारी को राज्य शासन ने निलंबित कर दिया है। बता दे न्यायधानी ने इस घोटाले को लगातार प्रमुखता से उठाया था और खुलासा किया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने ईओडब्लू को इसकी जांच सौंप दी है। अब दोषी अधिकारी को निलंबित भी कर दिया गया है।

बिलासपुर के अरपा भैंसाझार नहर वितरक लाइन में भू अर्जन की कार्यवाही में अनियमितता की गई। जमीनों का कई टुकड़ों में बंटांकन किया गया। विशेष लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए नहर का एलायाटमेंट चेंज किया गया। मामले में तत्कालीन कलेक्टर सौरभ कुमार ने जांच करवा राजस्व एवं सिंचाई विभाग के दोषी अफसरों के खिलाफ कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजा था। पर 1 साल से भी अधिक समय तक के कोई कार्यवाही नहीं हुई।
मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तखतपुर एसडीएम रहे आनंद रूप तिवारी को उल्टा उपकृत कर आरटीओ की कुर्सी दे दी गई। मामला उछलने के बाद बाद में एक दूसरी जांच करवा सिर्फ एक पटवारी के ऊपर अपराध दर्ज करवा दिया गया बाकी अफसरों को बख्श दिया गया। इस मामले में न्यायधानी ने लगातार खबर प्रकाशित की थी। दोषी डिप्टी कलेक्टर आनंद रूप तिवारी को किस तरह उपकृत कर मलाईदार पोस्टिंग दी गई इसका खुलासा किया था। सरकार ने न्यायधानी की खबर को पूर्व में ही संज्ञान में लेकर ईओडब्लू को मामला जांच के लिए भेज दिया था। अब बिलासपुर आरटीओ आनंद रूप तिवारी को सरकार ने इस मामले में शासन को आर्थिक क्षति पहुंचने पर निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में आनंद रूप तिवारी का मुख्यालय कार्यालय आयुक्त संभाग बिलासपुर निर्धारित किया गया है।
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