वन विभाग की बड़ी कार्रवाई : अवैध वृक्ष कटाई मामले में फरार मुख्य आरोपी गिरफ्तार

वन विभाग की बड़ी कार्रवाई : अवैध वृक्ष कटाई मामले में फरार मुख्य आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर।वनमंडल अधिकारी के निर्देश एवं उपवनमंडल अधिकारी के मार्गदर्शन में परिक्षेत्र अधिकारी बेलगहना के नेतृत्व में वन विभाग और वन विकास निगम की संयुक्त टीम ने अवैध वृक्ष कटाई और लकड़ी के अवैध परिवहन पर बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई मुखबिर से प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें टीम ने मौके पर पहुंचकर कक्ष क्रमांक 2471 एवं 2472 में अवैध रूप से की जा रही वृक्ष कटाई का खुलासा किया।

मौके से वन विभाग की टीम ने दो मोटरसाइकिल (अनुमानित कीमत ₹1,20,000), दो हाथ आरा, एक बढ़ई आरी, तथा चार वृक्षों से प्राप्त 21 नग लठ्ठे एवं एक नग बल्ली, कुल मिलाकर 1.792 घनमीटर लकड़ी जब्त की। इस कार्यवाही के दौरान विभाग ने कुल ₹97,161 की वन क्षति का आकलन किया है।
वन विभाग ने इस अवैध कटाई प्रकरण में तीन आरोपियों की पहचान की थी, जिनमें से दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था। गिरफ्तार आरोपियों में धमेंद्र कुमार ध्रुव पिता संत राम ध्रुव, निवासी नेवसा, एवं बुधराम बैगा पिता जोन्हू बैगा, निवासी औरापानी शामिल हैं। इन दोनों आरोपियों को 16 सितम्बर 2025 को न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल बिलासपुर भेजा गया था। उनकी जमानत याचिका जिला एवं सत्र न्यायालय (डीजे कोर्ट) द्वारा खारिज कर दी गई थी।

इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी अनिल कुमार श्रीवास पिता शिव कुमार श्रीवास, निवासी पैजनिया, थाना लोरमी, जिला मुंगेली बताया गया था, जो घटना के बाद से फरार चल रहा था। वन विभाग की टीमें लगातार उसकी तलाश में थीं।
आखिरकार, 09 अक्टूबर 2025 को वन विभाग को सूचना मिली कि मुख्य आरोपी अपने घर के आसपास छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर टीम ने अनिल श्रीवास के घर कोठी के नीचे गोंड्रा में दबिश दी। सटीक कार्रवाई करते हुए टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को संबंधित धाराओं के तहत वन अपराध प्रकरण में गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रथम श्रेणी कोटा के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल बिलासपुर भेजा गया।
इस संयुक्त कार्रवाई में वन परिक्षेत्र बेलगहना के डिप्टी रेंजर शिवकुमार पैकरा, नरेंद्र सिंह बैसवाड़े, प्रमोद मिश्रा, पंकज साहू, संत कुमार वाकरें, सोमप्रकाश जयसिंधू, शैलेन्द्र पोर्ते एवं सीता बाई का विशेष योगदान रहा। सभी ने समन्वित रूप से कार्य करते हुए अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वन विभाग की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोग अवैध वृक्ष कटाई और लकड़ी के अवैध व्यापार से संबंधित गतिविधियों से दूरी बनाए रखने की बात कर रहे हैं। वहीं, विभाग ने स्पष्ट किया है कि वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
परिक्षेत्र अधिकारी बेलगहना श्री देव सिंह मरावी ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी पारदर्शिता और कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग को लगातार ऐसे तत्वों की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी, जो वन संपदा को नुकसान पहुंचा रहे थे। अब विभाग की सतर्कता और सक्रियता के चलते ऐसे अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है।
उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की है कि यदि उनके आसपास किसी भी प्रकार की अवैध वृक्ष कटाई या लकड़ी के अवैध व्यापार की जानकारी मिले, तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें ताकि समय रहते कानूनी कार्रवाई की जा सके।
वन विभाग की यह कार्यवाही न केवल कानून व्यवस्था की सख्ती का संदेश देती है, बल्कि वन संपदा की सुरक्षा के प्रति प्रशासन की गंभीरता को भी दर्शाती है।
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