
🚔 SSP रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस का सुपर-संडे ऑपरेशन
🎯 30 वारंट तामील, 159 बदमाशों पर कार्रवाई – रविवार को गूंजा पुलिसिया दम!
जैसे ही शहर जागा, अपराधियों की नींद उड़ गई! क्योंकि एसएसपी रजनेश सिंह के सुपरविजन में बिलासपुर पुलिस ने एक ऐसा ऑपरेशन छेड़ दिया, जिससे गुंडों का चैन और सन्डे दोनों उड़ गया!

एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश में चलाया जा रहा सघन अभियान, अपराधियों में हड़कंप
📍बिलासपुर | जिले में अपराधियों की अब समत आ चुकी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के सख्त दिशा-निर्देश पर आज पूरे जिले में एक साथ पुलिस ने सघन अभियान चलाया, जिसमें न केवल पुराने फरार अपराधी पुलिस के शिकंजे में आए, बल्कि गुंडा व निगरानी बदमाशों की धरपकड़ व निगरानी ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को और मजबूती प्रदान की।

इस विशेष अभियान का संचालन एएसपी (शहर) राजेन्द्र कुमार जायसवाल, एएसपी (ग्रामीण) अर्चना झा, एवं एएसपी (ACCU) अनुज कुमार के नेतृत्व में किया गया, लेकिन पूरी योजना और मॉनिटरिंग स्वयं एसएसपी रजनेश सिंह ने की, जिनकी “जिले में अपराध मुक्त वातावरण की नीति” इस कार्रवाई के पीछे प्रमुख वजह रही।

🔎 सघन चेकिंग में पुलिस की बड़ी कार्रवाई:
11 स्थायी वारंट और 19 गिरफ्तारी वारंट तामील किए गए – कुल 30 वॉरंट निष्पादित।
2 फरार आरोपी, जो पिछले 5 से 6 वर्षों से पुलिस से बचते फिर रहे थे, अंततः गिरफ्त में आए।
159 गुंडा व निगरानी बदमाशों की उनके निवास पर जाकर जांच की गई, जिनमें से कई की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।

62 संदिग्धों को थानों में बुलाकर ICJS पोर्टल से फिंगरप्रिंट और सत्यापन की कार्रवाई की गई।
जिलाबदर 24 बदमाशों की स्थिति की पुन: जांच की गई, जिनमें से कुछ पूर्व की कार्रवाई में जेल भेजे जा चुके हैं।
अभियान के उद्देश्य साफ थे:
जिले में सक्रिय असामाजिक तत्वों पर प्रभावी निगरानी
फरार वॉरंटियों की गिरफ्तारी
गुंडा एवं निगरानी सूची में शामिल अपराधियों की पुनर्समीक्षा
संदिग्ध गतिविधियों पर सटीक पकड़
जिले में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की पहचान व जांच

🧠 एसएसपी रजनेश सिंह की रणनीति – अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
एसएसपी रजनेश सिंह ने साफ कहा है कि बिलासपुर पुलिस की प्राथमिकता आमजन में सुरक्षा का भरोसा और अपराधियों में कानून का भय बनाए रखना है। इसी कड़ी में यह अभियान शुरू किया गया और आने वाले समय में यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं कि ऐसे बदमाश जो भले ही फिलहाल शांत बैठे हों, लेकिन जिनका अतीत आपराधिक रहा है, उन्हें भी पुलिस की रडार पर रखा गया है। सभी थाना प्रभारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि गुंडा-निगरानी बदमाशों को थानों में तलब कर उनकी गतिविधियों की सतत समीक्षा की जाए।
👮 थाना स्तर पर जबरदस्त मुस्तैदी
शहर से लेकर ग्रामीण थाना क्षेत्र तक, हर स्तर पर पुलिस बल ने अभियान को गंभीरता से लिया। कोटा, रतनपुर,सीपत, तोरवा, सकरी, तखतपुर, सरकंडा, जैसे इलाकों में पूर्व से चिन्हित अपराधियों के ठिकानों पर दबिश दी गई। थाने न आने वाले निगरानी बदमाशों के घर पहुंचकर जानकारी ली गई और सामाजिक स्तर पर उनके प्रभाव को मापा गया।
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