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सुकमा IED ब्लास्ट: एएसपी आकाश राव गिरपुंजे शहीद, थाना प्रभारी समेत कई जवान घायल, भारत बंद से पहले माओवादियों की कायराना हरकत,बढ़ाई गई सुरक्षा

Sukma IED Blast: ASP Akash Rao Giripunje Martyred, Several Police Officers Injured, Cowardly Act by Maoists Ahead of Bharat Bandh, Security Tightened in Bastar

सुकमा | 9 जून 2025
छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित सुकमा जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। सोमवार सुबह कोन्टाएर्राबोरा मार्ग पर माओवादियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर आईईडी विस्फोट में कोन्टा डिवीजन के एएसपी आकाश राव गिरपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचा नहीं सके। उनकी मौत की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है।

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🔴 गश्त के दौरान ब्लास्ट, कई अधिकारी घायल

यह विस्फोट तब हुआ जब एएसपी आकाश राव गिरपुंजे अपनी टीम के साथ माओवादी संगठन भाकपा (माओवादी) द्वारा घोषित 10 जून के भारत बंद के मद्देनज़र क्षेत्र में सुरक्षा का जायजा लेने पैदल गश्त पर निकले थे।
डोंड्रा के पास हुए इस आईईडी ब्लास्ट में थाना प्रभारी समेत कुछ अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सभी को कोन्टा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां अन्य घायलों की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।

🔎 बस्तर में हाई अलर्ट, सर्च ऑपरेशन शुरू

घटना के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। CRPF और जिला बल के जवानों द्वारा इलाके की घेराबंदी कर सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बस्तर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शहीद अधिकारी की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।

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🛑 400 से ज्यादा माओवादी ढेर, माओवादियों की बौखलाहट

बस्तर संभाग में दिसंबर 2023 के बाद से माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज़ कर दी गई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक माओवाद का पूर्ण सफाया करने का लक्ष्य घोषित किया है। इस अभियान में पिछले 15 महीनों में 400 से अधिक माओवादी मारे जाने का दावा किया गया है। हाल ही में माओवादियों के शीर्ष कमांडर बसवराजू के मारे जाने के बाद संगठन ने 10 जून को भारत बंद का एलान किया था।

🕯️ अंतिम सलाम — ‘एक जांबाज़ अफसर

एएसपी आकाश राव गिरपुंजे को एक कर्मठ, निर्भीक और जांबाज़ अधिकारी के रूप में जाना जाता था। माओवाद प्रभावित क्षेत्र में उन्होंने कई सफल ऑपरेशनों का नेतृत्व किया था।
उनकी शहादत ने केवल पुलिस महकमे, बल्कि पूरे राज्य को गहरे शोक में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर नागरिक, अधिकारी और पुलिसकर्मी श्रद्धांजलि संदेश साझा कर रहे हैं।

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Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

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