
Bilaspur News:– धान खरीदी में एक करोड़ 54 लाख रुपए के धान का गबन करने वाले खरीदी केंद्र प्रभारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। इस दौरान आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसे दोबारा तलाश कर शहर से गिरफ्तार कर लिया गया है।

Bilaspur बिलासपुर। धान खरीदी में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर कलेक्टर बिलासपुर अवनीश शरण ने जांच करवा दोषी पाए गए धान खरीदी केंद्र प्रभारी व अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज करवाया। धान खरीदी केंद्र प्रभारी को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर जब न्यायिक रिमांड हेतु अदालत में पेश किया गया तो अदालत से बाहर निकलते वक्त धान खरीदी केंद्र प्रभारी बेटे व भाइयों के सहयोग से फरार हो गया। पुलिस की टीमों ने उसे तलाश कर शहर से बाहर निकलने से पहले फिर से गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस ने आरोपी को फरार होने में सहयोग करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
कलेक्टर अवनीश शरण ने उप पंजीयक सहकारिता, खाद्य विभाग, सहकारी बैंक के कर्मियों की संयुक्त जांच टीम बनाई थी। जांच रिपोर्ट में धान के गबन की पुष्टि होने पर कलेक्टर ने सहकारिका के उप पंजीयक को अपराध दर्ज करवाने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक लोहर्सी शाखा के शाखा प्रबंधक देवदत्त साहू ने धान खरीदी केंद्र प्रभारी प्रकाश लहरे और डाटा एंट्री ऑपरेटर योगेश कुमार लहरे के विरुद्ध मिलीभगत कर 4950 क्विंटल धान कुल कीमत 1 करोड़ 53 लाख, 45651 रुपए का गबन कर शासन को क्षति पहुंचाने का अपराध पचपेड़ी थाना में दर्ज करवाया।
पचपेड़ी क्षेत्र के गोडाडीह स्थित धान खरीदी केंद्र में एक करोड़ 54 लाख रुपए के धान घोटाले में पुलिस ने प्रभारी प्रकाश लहरे(56) को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपित धान खरीदी केंद्र के प्रभारी ने बताया कि सुखत और बारिश के कारण धान की क्वालिटी खराब हो गई थी। इसके कारण मिलर धान का उठाव नहीं कर रहे थे। इसके बाद उसने करीब तीन हजार 918 क्विंटल धान को बाजार में बेच दिया। इससे उन्हें 65 लाख रुपये मिले। इनमें से कुछ रुपयों को उन्होंने एक मिलर को देकर बिना धान भेजे ही चार हजार 356 क्विंटल डीओ में कटौती करा लिया। इससे शासन को क्षति हुई। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है। पुलिस अब आपरेटर योगेश कुमार की तलाश कर रही है। इसके साथ ही धान खरीदने वाले व्यवसायी और बिना धान मिले डीओ में कटौती करने वाले मिलर की जानकारी जुटाई जा रही है। इधर पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया।
न्यायालय के आदेश पर आरक्षक उमेंद सिंह खूंटे और सुधीर कश्यप आरोपी को जेल लेकर जा रहे थे। न्यायालय परिसर में ही आरोपित ने अपने बेटे और भाईयों के साथ मिलकर आरक्षकों को चकमा दिया। इसके बाद वह भाग निकला। आरोपित के फरार होने की सूचना आरक्षकों ने अधिकारियों को दी। इसके बाद सिविल लाइन पुलिस की टीम सक्रिय हो गई। आरोपित को शहर में ही दबोच लिया गया। इसके बाद आरक्षक ने घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। मामले में पुलिस ने आरोपित प्रकाश लहरे के साथ ही उसके बेटे निलेश लहरे, भाई भागबली लहरे, रंजीत कुमार, अशोक भारद्वाज और पुनीत राम बंजारे को आरोपित बनाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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