

छत्तीसगढ़ / फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने के प्रकरणों में आज विधानसभा में प्रश्न उठाया गया। जिस पर मंत्री ने बताया कि उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा फरवरी 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले 98 प्रकरणों की जांच प्रचलित है। जांच के बाद कार्यवाही भी की जाएगी। विस्तृत जानकारी मंत्री ने जानकारी दी। विधायक अनुज शर्मा ने पूछा था कि अनुसूचित जाति जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग विभाग के अधीनस्थ उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा फरवरी, 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले कितने प्रकरणों में जांच प्रचलित है कितने प्रकरणों में जांच पूरी कर ली गई है जांच में दोषी पाये गये अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध समिति द्वारा क्या-क्या अनुशंसायें की गई प्रकरणवार जानकारी देवें क्या शासन के द्वारा फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी कर रहे अधिकारियों/कर्मचारियों को नौकरी से पृथक कर उनके विरूद्ध किसी प्रकार का आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है यदि हां तो किन धाराओं में और यदि नहीं तो क्यों क्या किसी प्रकार की कोई कार्यवाही इन प्रकरणों में प्रचलित है यदि हां तो जानकारी प्रदान करें आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने लिखित जवाब देते हुए बताया कि पिछडा वर्ग विभाग के अधीनस्थ उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा फरवरी, 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले 98 प्रकरणों में जांच प्रचलित है। प्रकरणों में जांच प्रचलित है।