
बचेली। जो नेता अब तक मज़दूरों का रहनुमा बना फिरता था, उसका असली चेहरा अब दुनिया के सामने आ गया है! एनएमडीसी बचेली परियोजना के चर्चित यूनियन नेता बी. राजा राव पर यौन उत्पीड़न का संगीन आरोप लगा है।

क्या है पूरा मामला?
बचेली में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने राजा राव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि यह नेता अक्सर महिला के दफ्तर में काम के बहाने आता था और अश्लील हरकतें करता था। हद तो तब हो गई जब उसने महिला का हाथ पकड़ने और चेहरे पर अनुचित तरीके से हाथ फेरने की कोशिश की।
जब पीड़िता ने विरोध किया तो राजा राव ने धमकी दी कि अगर उसने जुबान खोली तो उसकी नौकरी छिनवा देगा! लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और सीधे एनएमडीसी के उच्च अधिकारियों से शिकायत कर दी।
राजा राव का खेल खत्म!
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी की आंतरिक जांच में पाया गया कि आरोप सत्य हैं। नतीजा? राजा राव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया!
मज़दूरों की आड़ में दादागिरी!
राजा राव पर सिर्फ यौन उत्पीड़न ही नहीं, बल्कि यूनियन की ताकत का दुरुपयोग करने के भी आरोप हैं। मज़दूरों को भड़काना, उत्पादन में अड़चनें पैदा करना, और अपनी दबंगई से हावी रहने की कोशिश – यह सब राजा राव के खेल का हिस्सा था।
अब क्या होगा?
बी. राजा राव का निलंबन सिर्फ एक शुरुआत है! अब सवाल यह है कि क्या पुलिस इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई करेगी? क्या यह नेता कानून की गिरफ्त में आएगा, या रसूख के दम पर बच निकलेगा?


