CG Health गारंटी का ढोल कब बजेगा? संविदा की जंजीर कब टूटेगी?”

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गई। रायगढ़ जिले के लगभग 800 कर्मचारी छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय कर्मचारी संघ के मजबूत समर्थन के साथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। आज गुस्साए कर्मचारियों ने जिला भाजपा अध्यक्ष के सामने सवालों की रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों का तीखा सवाल हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने सरकार से सीधे सवाल दागे—
1) दो बजट और 20 महीने बीत गए, अब नहीं तो कब?”
2) मोदी की गारंटी और घोषणा पत्र के वादे पूरे कब होंगे?”
3) 20 साल की संविदा गुलामी और शोषण से मुक्ति कब मिलेगी?”
4) राष्ट्रीय शिक्षा मिशन का संविलियन हो गया, तो एनएचएम कर्मचारियों का कब?”
5) अन्य राज्यों में जॉब सिक्योरिटी, ग्रेड पे और अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिल रहा है, छत्तीसगढ़ महतारी के बच्चों को उनका हक कब मिलेगा?”
घोषणा पत्र पर तंज
कर्मचारियों ने भाजपा सरकार के घोषणा पत्र की टैगलाइन “हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे” पर तंज कसते हुए कहा— “आपने बनाया है, तो संवारेंगे कब?” उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि झूठे वादों के सहारे सत्ता हासिल की गई और अब आश्वासनों की घिसी-पिटी बातें सुनाई जा रही हैं। कर्मचारियों का साफ कहना है कि अब ठोस आदेश चाहिए।
पांच प्रमुख मांगें
कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी पाँच स्वीकृत मांगों पर लिखित आदेश जारी नहीं हो जाते—
1. ग्रेड पे
2. जॉब सिक्योरिटी
3. संविलियन
4. अनुकंपा नियुक्ति
5. संविदा मुक्ति
ज्ञापन सौंपा, विरोध तेज
आज के प्रदर्शन में जिला भाजपा अध्यक्ष और कलेक्टर रायगढ़ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसमें छत्तीसगढ़ को एनएचएम संविदा मुक्त प्रदेश घोषित करने की मांग दोहराई गई। कर्मचारियों ने सरकार के “तानाशाही रवैये” और बर्खास्तगी की कार्यवाहियों का कड़ा विरोध भी किया।
आंदोलन और होगा उग्र
कर्मचारियों ने साफ कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, हड़ताल खत्म नहीं होगी। रायपुर में छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ की बैठक चल रही है, जिसमें 33 जिलों के जिलाध्यक्ष शामिल हैं। यहां आगामी रणनीति पर चर्चा हो रही है और संकेत हैं कि आंदोलन को और बड़े स्तर पर उग्र बनाने की तैयारी की जा रही है।

