
कांग्रेस–बीजेपी में जुबानी जंग तेज
छत्तीसगढ़ की सियासत इन दिनों एक बार फिर पूर्व आबकारी मंत्री लखमा के नाम पर केंद्रित हो गई है। शराब घोटाले में गिरफ्तार लखमा रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं, और जब उनसे मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है।
भूपेश बघेल ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि “लखमा को मौजूदा सरकार के इशारे पर जेल में प्रताड़ित किया जा रहा है।” वहीं सत्ता पक्ष ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए पलटवार किया है कि “कवासी लखमा को तो कांग्रेस ने ही बलि का बकरा बनाकर भुला दिया है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। शराब घोटाले मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और विजय भाटिया से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में हलचल तेज कर दी है। मुलाकात के बाद भूपेश बघेल ने राज्य की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “लखमा को राजनीतिक द्वेषवश जेल में डालकर प्रताड़ित किया जा रहा है।”
वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर ही सवाल उठा दिए – “कवासी लखमा को तो कांग्रेस ने ही बलि का बकरा बना दिया है, अब सहानुभूति की राजनीति हो रही है।”
भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुए कथित शराब घोटाले की जांच तेज़ हुई। EOW द्वारा की गई कार्रवाई में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया गया। जांच के दायरे में उनके परिवार के सदस्य, स्टाफ और निजी संपत्तियां भी शामिल रहीं।
🔍 पृष्ठभूमि: शराब घोटाले की जांच में लखमा गिरफ्तार
शराब घोटाले में ईडी ने , लखमा परिवार की 6.15 करोड़ की संपत्ति अटैच
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपये की संपत्ति को अटैच किया है। हाल ही में ईडी ने इस मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा की संपत्ति के साथ–साथ उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्ति को भी अटैच किया है।
ईडी द्वारा अटैच की गई संपत्तियों में सुकमा में स्थित कांग्रेस का राजीव भवन भी शामिल है। लखमा परिवार की साढ़े 5 करोड़ रुपये की संपत्ति और सुकमा कांग्रेस कार्यालय की 68 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
ईडी ने कवासी लखमा को शराब घोटाले में कमीशन लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से पहले लखमा और उनके बेटे से लंबी पूछताछ की गई थी। ईडी ने पूछताछ के बाद अवैध रूप से अर्जित कमाई और उससे खरीदी गई संपत्तियों की जानकारी एकत्र कर कार्रवाई की है।
जांच में ईडी ने यह भी खुलासा किया है कि कवासी लखमा पर 72 करोड़ रुपये का कमीशन लेने का आरोप है।
फिलहाल लखमा न्यायिक हिरासत में हैं। इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की जेल में मुलाकात और बयान ने राजनीतिक बहस को नया मोड़ दे दिया।
🗣️ भूपेश बघेल का आरोप – सत्ता के इशारे पर प्रताड़ना👇
https://x.com/bhupeshbaghel/status/1935702118796497071?t=hovvDu8ZXEbhhnUhpr_aMw&s=08
पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा –
“लखमा जैसे वरिष्ठ और आदिवासी नेता को टारगेट किया जा रहा है। उन्हें जेल में मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार जांच की आड़ में बदले की कार्रवाई कर रही है।”
🔁 भाजपा का पलटवार – भूपेश की ‘सहानुभूति राजनीति’
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भूपेश बघेल के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा –
“भूपेश बघेल को पहले तो समय ही नहीं मिला अपने सहयोगियों से मिलने का। अब जेल जाकर नाटक कर रहे हैं। लखमा का इलाज जेल अस्पताल में हो रहा है। कांग्रेस ने ही उन्हें मोहरा बनाकर छोड़ दिया है।”
Live Cricket Info