नईदिल्ली । भारत की G20 अध्यक्षता के तहत कश्मीर विश्वविद्यालय में Y20 परामर्श कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। यह कार्यक्रम 10 से 11 मई 2023 तक कश्मीर विश्वविद्यालय में यूथ 20 (Y20) समूह द्वारा आयोजित किया गया। इस दौरान देश में युवाओं ने वैश्विक साझेदारी में बेहतर भविष्य के लिए अपने विचार रखे।
गौरतलब हो, Y20 एकमात्र युवा भागीदारी समूह है, जो G20 के सदस्य देशों से युवाओं को जोड़ता है। यह युवाओं की मांगों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए गठित किया गया है। इस बीच कश्मीर विश्वविद्यालय को इस साल की Y20 मीटिंग का आयोजन करने का गौरव प्राप्त हुआ।
*एक्शन प्लान एजेंडा पर हुआ काम*
Y20 परामर्श कार्यक्रम के दौरान युवाओं के साथ विचार-मंथन करने और पांच Y20 कॉन्सेप्ट्स में से एक ‘क्लाइमेट चेंज एंड डिजास्टर रिस्क रिडक्शन: मेकिंग सस्टेनेबिलिटी ए वे ऑफ लाइफ’ पर एक एक्शन प्लान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने Y20 समूह को संबोधित करते हुए कहा कि Y20 समूह में युवाओं की भागीदारी पर्यावरण, विकास पर वैश्विक साझेदारी में उत्साहजनक संभावना का संकेत देती है जो इक्विटी, वैश्विक समृद्धि और जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने का सामूहिक प्रयास करती है।उपराज्यपाल ने कहा, युवा 21वीं सदी की जलवायु और वैश्विक चुनौतियों के लिए व्यावहारिक समाधान पेश करने में दुनिया का नेतृत्व करेंगे।
*‘ग्रीन एनर्जी और वाटर रिसोर्स’ थीम पर हुई पैनल चर्चा*
इस दो दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे सत्र में ‘ग्रीन एनर्जी – इनोवेशन और अवसर’ विषय पर पैनल चर्चा आयोजित हुई। जिसे प्रो. सीमिन रुबाब, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर, भारत द्वारा संचालित किया गया, इसके साथ चौथे सत्र के अंतर्गत ‘वाटर रिसोर्स: चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसे डॉ. जी. बालाचंदर, कृषि बाउंटी बायोटेक, नंदी हिल्स, बैंगलोर द्वारा संचालित किया गया। इसमें युवाओं द्वारा सुझाए गए नीतिगत उपायों को प्रस्तुत किया गया।
*Y20 इंडिया में युवा प्रतिनिधियों की अहम भूमिका*
Y20 इंडिया के सचिव आकाश झा ने इस अवसर पर कहा की “ वैश्विक निर्णयों में युवाओं की आवाज सुनी जानी चाहिए क्योंकि यह युवा हितधारकों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। भारत की प्रेसीडेंसी इन चर्चाओं को एलीट क्लास तक ही सीमित नहीं रखती है, यह लोगों की प्रेसीडेंसी है जहां Y20 एक प्रमुख भागीदार है।” Y20 संवाद समापन समारोह के दौरान पोस्टर व पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार व प्रमाण पत्र वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इंडोनेशिया, मैक्सिको, तुर्की, रूस, जापान, कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और नाइजीरिया जैसे G20 देशों के 17 युवा प्रतिनिधियों ने कश्मीर विश्वविद्यालय, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में आयोजित दो दिवसीय Y20 प्रोग्राम में हिस्सा लिया।
*वैश्विक मंच पर शांति और सुलह को बढ़ावा देने में अग्रिम भारत*
भारत एक ऐसी संस्कृति में विश्वास रखता है जो संवाद, विकास और कूटनीति को बढ़ावा देती है। इसके साथ-साथ भारत ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों में भी महत्वपूर्ण योगदान देकर वैश्विक मंच पर शांति और सुलह को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। G20 की अध्यक्षता के लिए भारत की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की सांस्कृतिक मूल्य प्रणाली में निहित है, जो भय और आशंकाओं से भरी इस दुनिया में बेहतर माहौल निर्माण हेतु ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की वकालत करता है।