खबर का असर: न्यायधानी की खबर के बाद जागा प्रशासन, मेऊ स्कूल प्रकरण में कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने लिया संज्ञान

जांजगीर–चांपा। पूर्व माध्यमिक शाला मेऊ में 9 वर्षों से गैरहाजिर गणित शिक्षिका के खिलाफ छात्राओं द्वारा स्कूल के गेट में ताला जड़कर किए गए विरोध प्रदर्शन की खबर न्यायधानी डॉट कॉम पर प्रकाशित होने के बाद मामला गरमा गया है।
अब इस गंभीर मामले में जिले के कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे ने भी स्वयं संज्ञान लिया है।
पूरा मामला क्या था?
मेऊ गांव के पूर्व माध्यमिक शाला में छात्राएं कई वर्षों से गणित विषय की पढ़ाई से वंचित थीं। श्रीमती रामसिल्ला कश्यप, जो गणित विषय की शिक्षक थीं, लगातार अनुपस्थित रहने के बावजूद प्री–मैट्रिक कन्या छात्रावास पामगढ़ की अधीक्षिका भी थीं।
छात्राओं ने जब प्रशासन से कोई सुनवाई नहीं देखी, तो उन्होंने स्कूल गेट पर ताला जड़ कर विरोध प्रदर्शन किया। यह खबर न्यायधानी डॉट कॉम पर 7 जुलाई को प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी:
पूरा पढ़ें: स्कूली बच्चों का विरोध प्रदर्शन, स्कूल गेट में ताला
न्यायधानी की खबर का सीधा असर…
खबर वायरल होते ही शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से रामसिल्ला कश्यप को अधीक्षिका पद से हटाया और उनके मूल विद्यालय मेऊ में कार्यमुक्त कर दिया।
साथ ही, श्रीमती मीना कांत को छात्रावास अधीक्षिका का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
इस पूरे मामले को लेकर अब कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे ने व्यक्तिगत रूप से संज्ञान लेते हुए जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, जिला प्रशासन स्कूल प्रबंधन, शिक्षा विभाग और छात्रावास की व्यवस्थाओं की अलग से समीक्षा कर रहा है।
प्रशासनिक स्तर पर सक्रियता का यह उदाहरण बताता है कि मीडिया की निर्भीक रिपोर्टिंग किस तरह जनहित को ताकत देती है।
खबर का असर!
9 साल से गायब शिक्षिका की शिकायत पर न्यायधानी की खबर के बाद कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने खुद लिया संज्ञान।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट:👇👇
https://nyaydhani.com/?p=101456
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