पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी की पांच दिन की रिमांड, 1000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे बिट्टू

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति शुक्रवार को उस वक्त गरमा गई, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया। करीब डेढ़ घंटे की सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें 22 जुलाई तक ईडी की रिमांड में भेज दिया है।
₹2,160 करोड़ के शराब घोटाले से जुड़ा है मामला
ईडी की जांच के मुताबिक, 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में पैरलल शराब वितरण नेटवर्क के ज़रिए ₹2,160 करोड़ की अवैध कमाई की गई। जांच में सामने आया कि इस गोरखधंधे से चैतन्य बघेल को सीधे तौर पर ₹13 करोड़ का लाभ हुआ, जिसे बाद में ₹1,000 करोड़ से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए सफेद करने की कोशिश की गई।
कोर्ट में क्या हुआ?
ईडी की ओर से अधिवक्ता सौरभ पांडे ने दलील दी कि चैतन्य घोटाले के अहम किरदार हैं और उनसे पूछताछ जरूरी है। एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले उन्हें कई बार समन भेजे गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
वहीं बचाव पक्ष के वकील फैज़ल रिज़वी ने गिरफ्तारी को “राजनीतिक साजिश” बताते हुए कहा कि ईडी ने चैतन्य को जानबूझकर उनके जन्मदिन के दिन पूजा स्थल से गिरफ्तार किया, जो न केवल असंवैधानिक है, बल्कि धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला भी है।
सियासत गरमाई: कांग्रेस का विरोध, भाजपा का हमला
गिरफ्तारी के बाद रायपुर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“यह गिरफ्तारी केंद्र सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की नीति का हिस्सा है।”
दूसरी ओर, भाजपा ने बाप–बेटे पर तीखा हमला बोलते हुए ट्वीट किया –
“बाप नंबरी, बेटा दस नंबरी – भ्रष्टाचार की पहचान है बघेल परिवार।”
Live Cricket Info