खाद की कमी को लेकर किसानों ने कर दिया चक्काजाम, राष्ट्रीय राजमार्ग में धरने पर बैठे किसान, दोनों तरफ लगी सैकड़ों गाड़ियों का जाम

खाद की कमी को लेकर परेशान 14 गांवों के ग्रामीण नेशनल हाईवे जमकर धरने पर बैठ गए हैं। उन्हें समझाइश देने पहुंचे अधिकारियों की भी वह नहीं मान रहे हैं और तत्काल खाद आपूर्ति की मांग कर रहे हैं। किसानों के धरने के चलते नेशनल हाईवे में सैकड़ो गाड़ियों का जाम लग गया है।
Balod बालोद। खेती किसानी के सीजन में खाद की कमी को लेकर नाराज किसान धरने पर बैठ गए हैं। खाद की कमी के चलते खेती किसानी प्रभावित होने पर भड़के किसानों ने चक्काजाम किया है। लगातार अधिकारियों से मांग के बावजूद खाद की कमी पूरी नहीं होने पर विरोध जताने के लिए किसानों ने इस तरह का रास्ता अपनाया है।
जून माह से ही खरीफ सीजन शुरू हो चुका है। प्रदेश भर में किसान बोनी में जुटे हुए हैं। वही लगातार डीएपी खाद की कमी के चलते प्रदेश के कई जिलों में किसान हलाकान है। लगातार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से खाद की कमी का मुद्दा गुंज रहा है। 14 जुलाई से शुरू हुए विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने प्रदेश में खाद की कमी को जमकर मुद्दा बनाया था। जिस पर सरकार की ओर से कहा गया था कि डीएपी समेत कोई भी रासायनिक खाद की कमी नहीं है। सभी उर्वरक सहकारी समितियों में पहुंचा दिए गए हैं। वहीं इसके 14 दिन बाद किसानों ने खाद की कमी को लेकर चक्काजाम कर दिया है।
यह चक्का जाम बालोद जिले के किसानों ने किया है। खाद की की कमी को लेकर 14 गांवों के किसानों ने चक्काजाम किया है। इन गांवों के सैकड़ो ग्रामीण नेशनल हाईवे 930 में कुसुमकसा गांव के पास चक्काजाम पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों के धरने के चलते राजनांदगांव–बालोद– भानु प्रतापपुर मार्ग बाधित हो गया है और सैकड़ो गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है।
वहीं सूचना मिलने पर पुलिस बल सहित अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और ग्रामीणों को समझाइश देने की कोशिश कर रहे हैं। पर ग्रामीण तत्काल समस्या का हल मांगते हुए नारेबाजी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से मिलकर इस समस्या से अवगत करवाया था पर उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। वे बोनी कर चुके हैं और इस समय यदि खाद नहीं मिला तो उनकी पूरी फसल चौपट हो जाएगी। इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की ही होगी। आक्रोशित किसानों ने खाद की कमी के लिए कुप्रबंधन को जिम्मेदार बताया।
वही जानकारी मिलने पर एसडीएम सुरेश साहू, डीएमओ सौरभ भारद्वाज और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश देने की कोशिश कर रहे हैं। पर ग्रामीण तत्काल खाद आपूर्ति की मांग पर डटे हुए हैं।