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शिक्षकों को राशन वितरण केंद्रों में ड्यूटी लगाने पर भड़का शिक्षक संघ, विरोध के बाद आदेश लिया गया वापस

Balrampur news:–बलरामपुर जिले में एसडीएम ने शिक्षकों को राशन वितरण केंद्रों में ड्यूटी लगा दी। जिसका शिक्षक संगठनों ने विरोध किया। विरोध के बाद आदेश वापस ले लिया गया।

Balrampur बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र में शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही सामने है। प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी राशन बांटने में लगा दी गई, जिससे पठन-पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका जताई जा रही थी। गर्मियों की छुट्टियों के बाद मंगलवार को स्कूलों का संचालन दोबारा शुरू हुआ है, लेकिन शिक्षक कक्षाओं में न होकर शासकीय योजनाओं के तहत राशन वितरण में व्यस्त थे।

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बताया जा रहा है कि अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) वाड्रफनगर द्वारा जारी आदेश के तहत शिक्षकों को राशन वितरण केंद्रों में तैनात किया गया था। इसका शिक्षक संघ ने विरोध करते हुए प्रशासन पर शिक्षा के प्रति गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। शिक्षक नेताओं ने सोमवार शाम को प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया और स्पष्ट किया कि यदि आदेश वापस नहीं लिया गया, तो संघ उग्र आंदोलन करेगा।

यह घटनाक्रम दर्शाता है कि शिक्षा व्यवस्था में समन्वय की कमी से विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था, लेकिन समय रहते शिक्षक संघ के दबाव में निर्णय बदला गया।

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शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों की ड्यूटी मूलतः शिक्षण कार्य के लिए होती है, उन्हें प्रशासनिक कामों में लगाना न्यायसंगत नहीं है। इससे न केवल पढ़ाई बाधित होती है, बल्कि मध्याह्न भोजन, परीक्षा मूल्यांकन और नामांकन अभियान जैसे शैक्षणिक कार्यों पर भी असर पड़ता है।

मामले को लेकर जब एसडीएम नीर निधि नांदेहा से चर्चा की गई, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि राशन वितरण में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने संबंधी आदेश अब संशोधित कर लिया गया है। शिक्षकों को इस कार्य से मुक्त कर दिया गया है।

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Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

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