
Durg news:– गांजे के मामले में संदिग्ध आचरण प्रदर्शित करने पर एसपी ने पूर्व में दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया था। अब इसी मामले में डीएसपी पर गाज गिरी है। आईजी ने एसीसीयू डीएसपी को हटा दिया है।
Durg दुर्ग। एनडीपीएस एक्ट के मामले में लापरवाही और संदिग्ध आचरण पर दो आरक्षकों के निलंबन के बाद डीएसपी पर भी गाज गिरी है। एसीसीयू के प्रभारी डीएसपी हेम प्रकाश नायक को आईजी राम गोपाल गर्ग ने हटा दिया है। डीएसपी को आईजी ने एसपी ऑफिस में संलग्न कर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

दो दिनों पहले रायपुर एटीएस , दुर्ग एसीसीयू और कुम्हारी पुलिस की संयुक्त टीम ने 3 किलो 900 ग्राम गांजा के साथ दो आरोपियों को गिरतार किया था। बागबहरा से गांजा लेकर आरोपी दुर्ग उरला में खपाने निकले थे। इस मामले में एटीएस ने एससीसीयू के दो आरक्षकों के खिलाफ शिकायत की। उनकी संदिग्ध गतिविधियों को लेकर की गई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने प्रथम दृष्टया कदाचरण प्रदर्शित किए जाने की कृत्य के लिए प्रधान आरक्षक शगीर अहमद और आरक्षक अजय गहलोत को निलंबित कर दिया था। वहीं इसी मामले में अब आईजी रामगोपाल गर्ग ने भी संज्ञान लिया है।
डीएसपी हेम प्रकाश नायक पुलिस अधीक्षक क्राइम जिला दुर्ग के पद पर पदस्थ हैं। उनके जिम्मे एसीसीयू एवं एएनटीएफ का पर्यवेक्षक कार्य था। पर उन्होंने पर्यवेक्षक की जवाबदारी में ढिलाई बरती,जिसके चलते आरक्षकों ने एनडीपीएस जैसे गंभीर प्रकरण में संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त रहे।
जिसके चलते आईजी हेमप्रकाश नायक को आईजी ने एसीसीयू और एएनटीएफ के पर्यवेक्षण कार्य से मुक्त कर दिया है। उन्हें पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपराध संबंधी कार्य का निर्वहन किया जाएगा।


