Shakti सक्ती । शिक्षा विभाग एक तरफ शिक्षकों के अध्यापन कार्य छोड़ नेटवर्क मार्केटिंग का काम करने से त्रस्त था तो वहीं दूसरी तरफ एक विकासखंड शिक्षा अधिकारी के प्रशासनिक कार्य के अलावा डॉक्टरी करने का भी वीडियो वायरल हो गया है। बिना किसी रजिस्ट्रेशन के निजी क्लीनिक चलाने के मामले में बीईओ की कार्यप्रणाली पर तो प्रश्न उठ ही रहे हैं साथ ही लोगों की जान से भी खिलवाड़ हो रहा।

पूरा मामला सक्ती जिले के डभरा विकासखंड का है। यहां श्यामलाल वारे विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। उनकी रुचि शिक्षा व्यवस्था को पटरी में लाने की बजाय निजी क्लीनिक चलाने में ज्यादा दिख रही है। बिना रजिस्ट्रेशन वह अपने आवास में निजी क्लीनिक का संचालन कर रहे हैं। घर में क्लीनिक चलाने के लिए उन्होंने कोई वैध रजिस्ट्रेशन भी नहीं करवाया है। बिना रजिस्ट्रेशन के बिना डिग्री की कोई जानकारी दिए उनका क्लिनिक बदस्तूर जारी है। जिसके चलते मरीजों के जान से भी खिलवाड़ हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बीईओ श्याम लाल वारे के पास कोई डॉक्टरी की वैध डिग्री भी नहीं है,पर उसके बावजूद वे अपने अधकचरे ज्ञान से डॉक्टरी कर मरीजों का ईलाज कर रहे हैं। घर में क्लीनिक चलाने की जानकारी भी उन्होंने अपने विभाग के अधिकारियों को भी नहीं दी है। दूसरी तरफ काफी समय से बीईओ द्वारा काफी समय से चलाए जा रहे क्लिनिक पर जिम्मेदार अधिकारियों ने भी अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया है।
स्कूलों के रिजल्ट में शिक्षा व्यवस्था कहा पटरी से उतरती हुई नजर आ रही हैं। वही दूसरी तरफ पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की बजाय खंड शिक्षा अधिकारी अपना क्लीनिक चलाने में मसरूफ है। मिली जानकारी के अनुसार विभाग के कामकाज से ज्यादा रुचि उन्हें डॉक्टरी करने में है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। साथ ही अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं होने से इस पर प्रश्न चिह्न भी उठ रहे हैं।
