
Janjgir news:– जांजगीर चांपा। चांपा की मशहूर प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PIL) इस वक्त सुर्खियों में है, लेकिन वजह हैरान करने वाली है! 12 अप्रैल की शाम को फैक्ट्री के ओल्ड 15 टन फर्नेस बॉयलर में जोरदार धमाका हुआ, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस हादसे में 13 कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए, जिनमें कई की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
ब्लास्ट के बाद मचा कोहराम – चीख पुकार से गूंज उठी फैक्ट्री
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही बॉयलर फटा, फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने झुलसे हुए लोगों को किसी तरह बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। हालत गंभीर होने के कारण चार लोगों को एयरलिफ्ट कर हैदराबाद के DRDO अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोमवार को भी दो और कर्मचारियों को एयर एंबुलेंस से रवाना किया गया है।
क्या था कारण? सुरक्षा मानकों की खुली धज्जियाँ!
जांच में बड़ा खुलासा हुआ है – फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का खुला उल्लंघन हो रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार फर्नेस की हालत को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन प्रबंधन ने इसे नजरअंदाज किया। जिस बॉयलर में ब्लास्ट हुआ, वो पहले से ही जर्जर हालत में था और कई बार मरम्मत की मांग की जा चुकी थी।
प्रबंधन के खिलाफ दर्ज हुआ जुर्म – नामजद FIR
घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और फैक्ट्री को सील कर दिया गया। एफएसएल और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके पर जांच की। अब इस मामले में चांपा थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शासन की तरफ से उप निरीक्षक कमल दास बैनर्जी ने रिपोर्ट लिखवाई है, जिसमें कारखाना अधिभोगी संजय जैन और फैक्ट्री मैनेजर उदय सिंह के नाम शामिल हैं।
अब सवाल उठता है – कब तक ऐसे हादसों की कीमत मज़दूरों की ज़िंदगी से चुकाई जाएगी?
क्या सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले उद्योगपतियों पर कोई कड़ी कार्रवाई होगी? क्या झुलसे हुए कर्मचारियों को न्याय मिलेगा? अब देखना होगा प्रशासन इस पर कितना सख्त कदम उठाता है।


