
रायपुर/मुंगेली। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी (Anti Corruption Bureau) की लगातार कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में एसीबी ने सोमवार, 10 जून 2025 को दो अलग-अलग मामलों में दो रिश्वतखोर लोकसेवकों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में एक पटवारी और एक विश्वविद्यालय का बाबू शामिल है।
रायपुर में बाबू 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पदस्थ बाबू दीपक शर्मा को एसीबी ने 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। शिकायतकर्ता प्रकाश सिंह ठाकुर, जो विश्वविद्यालय से ऊ.श्रे.लिपिक वर्ग-1 पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, ने बताया कि पेंशन और ग्रेच्युटी जारी करने के एवज में दीपक शर्मा ने उनसे रिश्वत मांगी थी।
शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी की टीम ने ट्रैप की योजना बनाकर दीपक शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ धारा 7, पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
मुंगेली में पटवारी 25 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया
वहीं दूसरे मामले में मुंगेली जिले के केसलीकला गांव के पटवारी उत्तम कुर्रे को भी 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता टोप सिंह अनुरागी ने बताया कि उनके परिवार की जमीन के रिकॉर्ड में नाम की गलती सुधारवाने और नक्शा, खसरा, बी-1 दस्तावेज प्राप्त करने के एवज में पटवारी ने रिश्वत की मांग की थी।
सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रैप बिछाकर पटवारी को भी रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ धारा 7, पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के तहत कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
ऐसी कार्रवाइयाँ यह संदेश देती हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार और संबंधित एजेंसियां सख्ती से कार्य कर रही हैं। यदि आपके पास भी कोई शिकायत हो तो आप एसीबी से संपर्क कर सकते हैं, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कर सकते हैं।
