
सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त सैकड़ों आवेदनों का निराकरण अब तक नहीं हुआ है।
दुर्ग। नगर पालिका कुम्हारी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव अचानक निरीक्षण पर पहुंच गए। आमतौर पर शांत दिखने वाले डिप्टी सीएम इस बार ग़ुस्से में थे, और उनके तेवर देखकर अधिकारी–कर्मचारियों के होश उड़ गए। इसका खामियाजा सीधा–सीधा भुगतना पड़ा नगर पालिका के सीएमओ नेतराम चन्द्राकर को, जिन्हें डिप्टी सीएम की फटकार के बाद तत्काल सस्पेंड कर दिया गया।

औचक निरीक्षण बना आफत – खुली नगर पालिका की पोल
9 मई को कुम्हारी नगर पालिका कार्यालय में हुए इस औचक निरीक्षण के दौरान एक के बाद एक खामियां उजागर होती चली गईं। अधूरे दस्तावेज, बेतरतीब रिकॉर्ड, योजनाओं की धीमी रफ्तार और अनुपस्थित कर्मचारी – हर मोर्चे पर नगर पालिका प्रशासन फेल नजर आया। डिप्टी सीएम साव ने जब प्रधानमंत्री आवास योजना और अमृत मिशन के प्रोजेक्ट्स की स्थिति देखी, तो उनका पारा और चढ़ गया।
डिप्टी सीएम की फटकार, काम नहीं चलेगा ऐसे!”
डिप्टी सीएम ने दो टूक कहा – “जनहित की योजनाओं में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे जनकल्याणकारी कार्यों में सुस्ती और अमृत मिशन के अधूरे कार्यों ने डिप्टी सीएम को खासा नाराज कर दिया। उन्होंने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि लापरवाही पर अब सिर्फ नोटिस नहीं, कार्रवाई होगी – और पहला उदाहरण सामने है।
सुशासन तिहार में ‘सुस्ती तिहार’ – जनता से जुड़े आवेदनों पर सुस्ती पर सवाल
डिप्टी सीएम को यह भी बताया गया कि सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त सैकड़ों आवेदनों का निराकरण अब तक नहीं हुआ है। इस पर श्री साव ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि “ये सुशासन है या सुस्ती का त्योहार?” उनकी इस टिप्पणी ने सभागार में सन्नाटा फैला दिया।
फरमान जारी – गैरहाजिरों पर कार्रवाई, सिस्टम को करें दुरुस्त
निरीक्षण के दौरान कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर डिप्टी सीएम ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर पालिकाओं में शासकीय अनुशासन की अनुपालना अनिवार्य है। उन्होंने चेताया कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है – अब हर निकाय की निगरानी होगी।
क्या अब सुधरेंगे हालात?
नेतराम चन्द्राकर के सस्पेंशन से नगरीय निकायों के बीच खलबली मच गई है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और भी निरीक्षण होंगे, और कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।


