Female Naxalite with a reward of Rs 1 crore arrested from TelanganaGood NewsINDIAKankerknowledgeable in many languages ​​including English-Hindi माओवादी गिरफ़्तार तेलंगाना हैदराबाद पुलिस किशन जी माओवादी नेता की मौत हिडमा नक्सली सुकमा बस्तर बीजापुर कांकेर नारायणपुर अबूझमाड़ आदिवासी युद्धअवकाशउदयपुरएसडीएम राहुल रजक बीजेपी सांसद भोजराज नाग भूत भ्रष्टाचार कमीशनखोरी कोयलीबेडा अंतागढ़कृषिखेल खिलाड़ी कबड्डी वॉलीबॉल चारगाँव बिलाईकछार रिंकी देवांगन लोक गायिका रंग झरोखाछत्तीसगढ़तिरछी - नज़रनियुक्तिन्यायपरीक्षाब्रेकिंगयुवराज पांडेय कथावाचक आदिवासी देवी देवता गिरफ़्तार एससीएसटी एक्ट अपराध आदिवासी समाज आंदोलन जेलहाथी समस्या

आश्रम शाला के 23 बच्चे हुए बीमार: झाड़-फूंका के बाद अस्पताल में कराया गया भर्ती

बीजापुर । बीजापुर जिले के भोपालपट्टनम आश्रम शाला में रहने वाले बच्चों में से 23 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए। एक साथ इतने बच्चों के बीमार पड़ने से आश्रम शाला प्रबंधन और स्टाफ के तो होश ही उड़ गए। आशंका भी होने लगी कि कहीं कोई अदृश्य शक्ति तो परेशान नहीं कर रही है। झाड़-फूंक का दौर भी शुरू हो गया था। हालांकि बच्चों को डाक्टर के पास ले जाकर इलाज कराया गया है। इलाज के साथ ही अदृश्य शक्ति के प्रकोप से बचने झाड़- फूंक भी कराया गया है।

 

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

शुक्रवार को भोपालपटनम स्थित बालक आश्रम शाला में 23 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए। एक साथ इतने बच्चों के बीमार पड़ने से आश्रम शाला प्रबंधन के साथ ही स्टाफ की भी परेशानी बढ़ गई थी। समझ में नहीं आ रहा था कि एक साथ इतने बच्चे बीमार कैसे पड़ सकते हैं। बच्चों के बीमार पड़ते ही प्रबंधक ने सुबह के वक्त भोजन की पड़ताल की। भोजन तो ठीक बना था। रात का भोजन बच्चे नहीं किए थे। उस वक्त मेस में भोजन बनाने की तैयारी चल रही थी। प्रबंधक के साथ ही स्टाफ को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर कारण क्या हो सकता। भूत प्रेत की आशंका और डर ने प्रबंधन को हिला कर रख दिया था। आनन-फान पहले तो बच्चों को झाड़-फूंक कराया गया। इसी बीच स्टाफ ने स्थानीय चिकित्सकों को इसकी सूचना दी व आश्रम शाला में बीमार बच्चों के इलाज के लिए आने का आग्रह किया। चिकित्सक कुछ ही देर बाद आश्रम शाला पहुंच गए थे और उसके बाद बच्चों का इलाज प्रारंभ किया।

  धान खरीदी की समय सीमा बढ़ाने की मांग की किसान सभा ने

 

 

 

यह घटना उस समय घटी जब बच्चे शाम के समय प्रार्थना कर रहे थे। पहले तो अचानक से पांच-छह बच्चे चक्कर खाकर गिर पड़े, और देखते ही देखते बाकी बच्चे भी चक्कर खाकर गिरने लगे। चिकित्सक का कहना है कि बच्चों में अचानक डर के कारण बीमार पड़ने की घटना हिस्टिरया की बड़ी वजह होती है।

 

अदृश्य शक्ति का डर,आशंका भी

अस्पताल में इलाज के बाद भी आश्रम में कुछ लोग भूत-प्रेत के साए को लेकर आशंका जता रहे हैं। एक साथ 23 बच्चों के बीमानरन पड़ने के पीछे कोई ना कोई कारण हो सकता है। लिहाजा अधीक्षक ने बच्चों के इलाज के साथ-साथ झाड़-फूंक भी करवाई। हालांकि, डॉक्टरों ने किसी प्रकार के भूत-प्रेत या अदृश्य शक्तियों की कोई पुष्टि नहीं की है।

Was this article helpful?
YesNo

Live Cricket Info

Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button