
बिलासपुर । धार्मिक नगरी रतनपुर में बीती रात महामाया मंदिर के पास VIP पार्किंग क्षेत्र में भीषण आगजनी की घटना सामने आई। देखते ही देखते तीन दुकानें धू-धू कर जलने लगीं, और लाखों का सामान राख हो गया। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि नगरपालिका की दमकल सेवा का फोन तक नहीं उठा! आखिरकार बिलासपुर से फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

रात 2 बजे उठी लपटें, आग के गोले में तब्दील हुआ इलाका
मंगलवार देर रात लगभग 2 बजे महामाया मंदिर परिसर के पास स्थित नारियल दुकान, होटल और भोजनालय में अचानक आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका लपटों से घिर गया। लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही दुकानों में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया।
दमकल गायब, फोन तक नहीं उठाया!
आग लगते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत नगरपालिका की दमकल सेवा को फोन किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला! लाचार व्यापारियों और आम नागरिकों ने खुद आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग की तीव्रता के आगे वे बेबस दिखे। आखिरकार रतनपुर पुलिस ने बिलासपुर फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, तब कहीं जाकर दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक दुकानों में रखा फ्रीज, डीप फ्रीजर और अन्य लाखों का सामान राख हो चुका था।
साजिश या हादसा? उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह आग सामान्य नहीं थी! कई प्रत्यक्षदर्शियों का शक है कि किसी ने पेट्रोल डालकर आग लगाई। यह सिर्फ एक हादसा था या किसी शरारती तत्व की साजिश, इसकी जांच की मांग उठ रही है।
व्यापारियों में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही पर गुस्सा फूट पड़ा है। व्यापारियों का कहना है कि अगर दमकल सेवा समय पर पहुंचती, तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जवाब मांगते हुए जांच और मुआवजे की मांग की है।


