
बिलासपुर,26फरवरी/
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया पर पेंड्रा रोड तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार ने प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कलेक्टर की प्रताड़ित करने वाली कार्रवाई से नायब तहसीलदार सदमे में हैं और अपनी मौत की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा है कि यदि उनकी मृत्यु होती है तो इसके लिए कलेक्टर गौरेला पेंड्रा मरवाही की कलेक्टर जवाबदेह होंगी।
नायब तहसीलदार रमेश कुमार ने कलेक्टर पर बडा आरोप लगाते हुए कहा है कि 22 जनवरी को राम जन्मभूमि के अवसर पर आधे टाइम दफ्तर खुलना था, लेकिन खुला नहीं। ऐसे में क्लर्क की जगह उन्हें पोस्ट से हटाकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।

के. रमेश कुमार ने कहा कि, अगर सदमे से या किसी कारण से मेरी मौत होती है तो इसका जिम्मेदार कलेक्टर होंगी। वहीं कलेक्टर महोबिया ने कहा कि ये आरोप निराधार है और कार्रवाई एस डी एम की रिपोर्ट पर की गई है। उक्त घटना से संबंधित गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा रोड तहसील में पदस्थ तहसीलदार ने एक वीडियो वायरल किया है जिसमें उन्होंने कलेक्टर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए नियम के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है, जिससे वह सदमे में हैं।
नायब तहसीलदार ने कहा कि 22 जनवरी को क्लर्क चाबी लेकर चली गई थी लिहाजा दफ्तर नहीं खुला। उन्होंने अपने कार्यालय की क्लर्क को बुलाकर जवाब मांगा तो क्लर्क ने झूठे आरोप लगाए। इसकी जानकारी भी एस डी एम को फोन और वॉट्सऐप के माध्यम से दी गई थी।
सदमे में मौत होने पर कलेक्टर जिम्मेदार होंगी-
नायब तहसीलदार का आरोप है कि क्लर्क पर कार्रवाई करने के बजाय एसडीएम के कहने पर उल्टा उन्हें ही कलेक्टर कार्यालय में अटैच कर दिया गया है, जो कि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि, मैं शुगर और बीपी का मरीज हूं। सदमे में अगर उनकी मौत हो जाती है तो इसके लिए कलेक्टर जिम्मेदार होंगी।
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