प्रशांत तिवारी
मनेंद्रगढ़।जिला कार्यालय, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सहायक प्रोग्रामर जॉब दर रिक्त पद 2024 की भर्ती में अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है। ज्ञात हो कि संबंधित कार्यालय द्वारा सहायक प्रोग्रामर के एक पद की भर्ती के लिए माह अगस्त में विज्ञापन जारी हुआ था। जिसमें 57 अभ्यर्थियों का चयन साक्षात्कार के लिए हुआ था। सूत्रों के मुताबित इस चयन प्रक्रिया में उचित मापदंडो का पालन नहीं किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है, कि साक्षात्कार में जिस पैनल को इंटरव्यू लेना था,उनके नाम उनके दस्तखत के साथ साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों के सूची में प्रकाशित किया गया है। उन नामों में से स्थापना प्रभारी अधिकारी,जिला कोषालय अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, जिला खाद्य अधिकारी, जिला रोजगार अधिकारी में से किसी की भी मौजूदगी न होकर अन्य लोगों के द्वारा साक्षात्कार लिया गया है, जिनके नाम अभ्यर्थी ने सुरक्षित रखे हैं। अभ्यर्थियों का यह कहना है कि स्वंय जिला विपणन अधिकारी विनीता चौरासे उस साक्षात्कार में मौजूद नहीं थी, जो कि संदेहास्पद है, साथ ही नियम विरूद्व है। अभ्यर्थियों का तर्क है कि यह कैसे संभव है, कि स्वयं जिला विपणन अधिकारी सहित बाकी साक्षात्कार पैनल के सभी सदस्य एक साथ अनुपस्थित हो जाएं। इस कारण से यह भर्ती पूरी तरह से नियम विरूद्व एवं व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने की प्रतीत हो रही है।स्वयं अपने विभाग की ही भर्ती में विनीता चौरासे का अनुपस्थित होना बहुत बड़ी लापरवाही और अनियमितता को इंगित करता है। इस अवैध भर्ती में विनीता चौरासे की भूमिका महत्पूर्ण मानी जा रही है। अंततोगत्वा अंतिम सूची के प्रकाशन उपरांत विशाल रंजन का चयन किया गया है,जिसने अनुभव के रूप में एनजीओ का अनुभव लगा दिया है।जबकि भर्ती विज्ञापन के अनुसार एनजीओ का अनुभव अमान्य है।जिससे यह साफ जाहिर है, यह जानते हुए कि अभ्यर्थी अयोग्य है,उसकी नियुक्ति जारी कर दी गई।।मामले की शिकायत करेक्टर से भी की गई,आश्वासन मिला कि जवाब में पत्र प्रेषित किया जाएगा,किन्तु काफी समय बीत जाने के बाद भी न कोई कार्यवाही की गई,न कोई पत्र प्राप्त हुआ।प्रार्थी विनय गुप्ता प्रतीक्षा सूची में प्रथम स्थान पर पर हैं, नियमतः उक्त पद के दावेदार भी हैं, नियमतः नियुक्ति पत्र उन्हें ही प्राप्त होना था।लेकिन सूचना के अधिकार के द्वारा भी कोई जानकारी उन्हें प्रदान नहीं की जा रही है।देखना यह है कि कब तक उन्हें नियुक्ति के सम्बन्ध में उचित पत्र प्राप्त होगा।उक्त मामले पर कलेक्टर ने संवेदनशीलता दिखाई है और उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा है कि चूंकि सामने चुनाव है,तो समय लग सकता है।सूत्रों के मुताबिक अभ्यर्थी ने त्याग पत्र भी सौंप दिया है।अब देखना यह है कि अपनी सख्त कार्यशैली के लिए विख्यात कलेक्टर डी राहुल वेंकट मामले की जांच के बाद सख्त कार्यवाही करेंगे या मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
डीएमओ मार्कफेड
भर्ती में प्रकाशित सूची मेरिट के आधार पर निकाली गई है।मामले पर किसी भी प्रकार का विस्तृत बयान देने से इनकार करते हुए कहा आपको जो करना है कर लीजिए।
कलेक्टर डी राहुल वेंकट :
आपके द्वारा सहायक प्रोग्रामर मार्कफेड भर्ती में अनियमितता की जानकारी मिली है। भर्ती के सम्बन्ध में आपकी आपत्तियां महत्वपूर्ण हैं।मैं मामले में उचित कार्यवाही करूंगा।

