योगी आदित्यनाथ ने की अपील, अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द किया

प्रयागराज। मौनी अमावस्या स्नान के दौरान संगम नोज घाट पर भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया। सुबह साढ़े सात बजे तक 31 एसआरएन अस्पताल स्थित मर्चरी में 31 लाशें पहुंच गई थीं।

लेकिन प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। 200 से अधिक श्रद्धालुओं का उपचार चल रहा है। 40 से अधिक एंबुलेंस के माध्यम से घायलों और मृतकों को केंद्रीय अस्पताल लाया गया।

परिजनों की चीख पुकार से संगम से लेकर महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय तक कोहराम मचा रहा। एंबुलेंस के सायरन पूरी रात गूंजते रहे। बेकाबू भीड़ को बैरिकेडिंग करके रास्ता रोकने के कारण हादसा होना बताया जा रहा है।

मौके पर भारी पैमाने पर फोर्स तैनात कर दी गई है। फिलहाल स्नान जारी है। घटना से आक्रोशित अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया है।

बताया जा रहा है कि स्नान घाट के पास भीड़ में बेचैनी के चलते कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। इसके बात मची अफवाह के बाद लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। सूचना पाकर दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तमाम आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।

मुख्यमंत्री ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा है, ”महाकुंभ में, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं,माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है. किसी भी अफ़वाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें.”

