
न्यायालय ने इन सभी को 13 मई तक पुलिस रिमांड दिया

आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और भ्रष्टाचार निरोधक विंग द्वारा आज डीएम एफ में घोटाले से संबंधित तत्कालीन एक एस डी एम और तीन जनपद सी ई ओ गिरफ्तार कर लिया है डीएमएफ घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस मामले में चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया है
गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में भरोसा राम ठाकुर, भूनेश्वर सिंह राज,राधेश्याम मिर्झा और वीरेंद्र कुमार राठौर शामिल हैं।
ईओडब्ल्यू-एसीबी सूत्रों ने बताया कि इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है। चारों अधिकारियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 13 मई 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
क्या है डीएमएफ घोटाला?
डीएमएफ घोटाला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक बड़ा घोटाला है, जिसमें जिले के खनिज और अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ी मात्रा में धनराशि का गबन किया गया है। इस मामले में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने जांच शुरू की थी और अब तक कई अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ईओडब्ल्यू-एसीबी की कार्रवाई
ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है। ईओडब्ल्यू-एसीबी की जांच अभी भी जारी है और आगे भी कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
जिले में हड़कंप
कोरबा जिले में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है। जिले के अधिकारी और कर्मचारी इस कार्रवाई के बाद सकते में हैं ईओडब्ल्यू-एसीबी की इस कार्रवाई से जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को बल मिला है कोरबा सहित जांजगीर चापा जिले में भी डी एम एफ घोटाले की जांच ई डी कर रही है। कोरबा के अधिकारियों की गिरफ्तारी से जांजगीर जिले के अधिकरियों के का खड़े हो गए हैं चापा जिले के घोटाले की फाईल दो वर्ष पहले ही बन चुकी है ईडी और राज्य के आर्थिक अपराध से संबंधित अधिकारी अभी बडे घोटाले की जांच में बिजी है।


